Monday, January 3, 2011

कल का इंतज़ार

ग़र गर्दिश में हो सितारा तो गम न कर,
अपने आप पर जुल्मो-सितम न कर ,
कल सवेरा होगा,सूरज भी निकलेगा,
कुछ न कर बस कल का इंतज़ार तो कर |
जब होगा कल तो जेब में सितारे होंगे,
कल के दुश्मन आज तुम्हारे सहारे होंगे,
आज ज़र्रा नहीं तो कल आफ़ताब होगा ,
ग़र आज कालिख़ है तो श्रृंगार भी होगा |

8 comments:

  1. बहुत सही कहा| धन्यवाद|

    ReplyDelete
  2. जब होगा कल तो जेब में सितारे होंगे,
    कल के दुश्मन आज तुम्हारे सहारे होंगे,

    .... जरूर होंगे .. जय माँ भारती
    नमामि कमलाम्, अमलाम् अतुलाम् सुजलां सुफलां मातरम् । वन्दे मातरम् । श्यामलां सरलां सुस्मितां भूषितां धरणीं भरणीं मातरम् । वन्दे मातरम् ।

    ReplyDelete
  3. पांच लाख से भी जियादा लोग फायदा उठा चुके हैं
    प्यारे मालिक के ये दो नाम हैं जो कोई भी इनको सच्चे दिल से 100 बार पढेगा।
    मालिक उसको हर परेशानी से छुटकारा देगा और अपना सच्चा रास्ता
    दिखा कर रहेगा। वो दो नाम यह हैं।
    या हादी
    (ऐ सच्चा रास्ता दिखाने वाले)

    या रहीम
    (ऐ हर परेशानी में दया करने वाले)

    आइये हमारे ब्लॉग पर और पढ़िए एक छोटी सी पुस्तक
    {आप की अमानत आपकी सेवा में}
    इस पुस्तक को पढ़ कर
    पांच लाख से भी जियादा लोग
    फायदा उठा चुके हैं ब्लॉग का पता है aapkiamanat.blogspotcom

    ReplyDelete
  4. ऐसे हीं कल के इन्तज़ार में हम भी हैं कतार में

    ReplyDelete